प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वर्तमान वैश्विक स्थिति सबसे चुनौतीपूर्ण है क्योंकि युद्ध, आर्थिक अस्थिरता, आतंकवाद और धार्मिक कट्टरता जैसी समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। उन्होंने वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, यह आशा, यह विश्वास इस धरती की सबसे बड़ी ताकत है। जब यह आशा एकजुट हो जाएगी, तो बुद्ध का धम्म विश्व की मान्यता बन जाएगी और बुद्ध की अनुभूति मानवता की आस्था बन जाएगी।
सिद्धांत, व्यवहार और प्राप्ति के बौद्ध मार्ग को याद करते हुए, प्रधान मंत्री ने एनडीए सरकार के पिछले नौ वर्षों में अपनी यात्रा में सभी तीन बिंदुओं को अपनाने के बारे में बताया।
मोदी ने कहा कि भारत ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पण भाव से काम किया है।
उन्होंने तुर्की में भूकंप जैसी आपदाओं के दौरान शांति अभियानों और बचाव कार्य में भारत के प्रयासों का उल्लेख किया।
मोदी ने कहा, 140 करोड़ भारतीयों की इस भावना को दुनिया देख रही है, समझ रही है और स्वीकार कर रही है।