राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में कई पीढ़ियों और पोशाक शैलियों का संगम देखा गया, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वहीदा रहमान से लेकर आलिया भट्ट तक को सम्मानित किया।
अभिनेत्री वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। हमेशा की तरह वह सुनहरे रंग की साड़ी में दिखाई दीं और हरे रंग का हार व मैचिंग झुमके पहने हुई थीं।
राष्ट्रपति ने वहीदा को बधाई दी और कहा कि उन्होंने अपनी कला और व्यक्तित्व से खुद को बॉलीवुड के शिखर पर स्थापित किया है।
राष्ट्रपति ने कहा : “पुरस्कार समारोह भारत की विविधता और इसमें निहित एकता की तस्वीर पेश करता है। समारोह में उपस्थित प्रतिभाशाली लोगों ने भाषाओं, क्षेत्रीय विशेषताओं, सामाजिक मान्यताओं, उपलब्धियों और समस्याओं को सार्थक अभिव्यक्ति दी है।”
राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि प्रतिभा से समृद्ध देश में सिनेमा से जुड़े लोग उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित करते रहेंगे और विकसित भारत के निर्माण में फिल्में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार जीवनी पर आधारित ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म ‘सरदार उधम’ (2021) को दिया गया। इसे फिल्म के निर्देशक सुजीत सरकार ने प्राप्त किया। फिल्म में विक्की कौशल मुख्य भूमिका में हैं।
‘सरदार उधम’ को सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी (अविक मुखोपाध्याय), सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइनर और सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी का पुरस्कार भी मिला।
आलिया को संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में उनके अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। उन्होंने समारोह में अपनी शादी की साड़ी पहनी थीं। उनके साथ उनके पति और अभिनेता रणबीर कपूर भी थे, जो उनकी तस्वीरें लेने में व्यस्त थे।
कृति सैनन को ‘मिमी’ में उनके अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। सुनहरे बॉर्डर वाली क्रीम और बहुरंगी साड़ी में अभिनेत्री बहुत खूबसूरत लग रही थीं।
टॉलीवुड स्टार अल्लू अर्जुन को ‘पुष्पा : द राइज’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का सम्मान मिला। वह पारंपरिक सफेद पोशाक पहने हुए थे। फिल्म को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार भी मिला है, जो देवी प्रसाद को दिया गया।
आर.माधवन के निर्देशन में बनी पहली फिल्म ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला।
एस.एस. राजामौली की ब्लॉकबस्टर ‘आरआरआर’ को ‘सर्वोत्तम मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म’ का पुरस्कार दिया गया। फ़िल्म ने ‘सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन’ का पुरस्कार भी जीता, जो एम.एम. केरावनी को मिला।
एपिक एक्शन ड्रामा फिल्म ‘आरआरआर’ को बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स, बेस्ट कोरियोग्राफी और बेस्ट एक्शन डायरेक्शन (स्टंट कोरियोग्राफी) का अवॉर्ड भी मिला।
सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार प्रशंसित फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली को फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के लिए दिया गया। फिल्म को सर्वश्रेष्ठ पटकथा और सर्वश्रेष्ठ मेकअप कलाकार का पुरस्कार भी मिला।
श्रेया घोषाल को तमिल फिल्म ‘इराविन निज़ल’ के गाने ‘मायावा चायवा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का पुरस्कार मिला। कालभैरव ने फिल्म ‘आरआरआर’ के तेलुगू संस्करण के गाने ‘कोमुराम भीमुडो’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक का पुरस्कार जीता।
राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित ‘द कश्मीर फाइल्स’ को दिया गया। पल्लवी जोशी को ‘द कश्मीर फाइल्स’ में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मिला और ‘मिमी’ के लिए पंकज त्रिपाठी को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला।
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार भाविन रबारी को गुजराती फिल्म ‘चेलो शो’ में उनके अभिनय के लिए दिया गया।
स्पेशल जूरी पुरस्कार सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत फिल्म ‘शेरशाह’ को मिला। निदेशक विष्णु वर्धन ने यह सम्मान प्राप्त किया।