विकसित भारत एंबेसडर कार्यक्रम’ का आयोजन चेन्नई के पल्लावरम के वेल्स यूनिवर्सिटी में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हुईं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विकसित भारत कार्यक्रम देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने की तरफ बढ़ाया गया एक कदम है। युवाओं को इस कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कर रहा है, सरकार की नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था में तेजी और मजबूती आई है।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भारत ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। स्वदेशी वैक्सीन से ना सिर्फ कोरोना महामारी से हम बाहर आ सके, बल्कि विदेशों को भी हमने मदद पहुंचाई। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की इस उपलब्धि से कई विकसित देश भी आश्चर्यचकित हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति से छात्रों को मुख्य पाठ्यक्रम के साथ-साथ अपने सपनों को आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है। उन्होंने संगीत सीखने वाले एक विज्ञान विषय के छात्र का उदाहरण दिया, जो विज्ञान वर्ग के प्रमाणपत्र के साथ-साथ संगीत में भी प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकता है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश के युवा इस भावना के कारण बड़ी संख्या में विदेश जा रहे हैं कि वे भारत में रह रहे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। विकसित भारत आंदोलन से ऐसे छात्र भारत में उतना ही पैसा कमा सकेंगे, जितना उन्हें विकसित देशों में मिलता है। इससे इन युवाओं को अपने परिवार के साथ रहने में मदद मिलेगी और वह जो विदेशों में काम रहे हैं, वही काम अपने देश में रहकर भी कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि देश का बुनियादी ढांचा तेजी से प्रगति कर रहा है और इससे देश को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल इंडिया का विचार सामने रखा और आज देश का डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार हो गया और इसका पर्याप्त रूप से विकास भी हो गया है। भारत में फिलहाल हर महीने 43 करोड़ डिजिटल ट्रांजेक्शन हो रहे हैं, जिनमें छोटे और बड़े लेन-देन सभी शामिल हैं। इसका डिजाइन तैयार कर लिया गया है। इस तरह से कि इन लेनदेन में कोई सेवा शुल्क शामिल न हो।
उन्होंने कहा कि इन डिजिटल लेनदेन में विक्रेता, खरीदार और भुगतान प्रणाली शामिल हैं। वर्तमान सरकार ने मेडिकल और नर्सिंग सीटों की संख्या में वृद्धि की है और कहा कि कई नर्सें विदेश जा रही हैं और वहां कमाई कर अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों का भरण-पोषण कर रही हैं। जब देश विकसित राष्ट्र बन जाता है तो हमारी मुद्रा का मूल्य बढ़ जाता है और जब हम विदेश यात्रा करते हैं तो हमारे पास मौजूद पासपोर्ट का भी मूल्य बढ़ जाता है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने लोगों से विकसित भारत का हिस्सा बनने और देश की विकास गाथा को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।