प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन को प्रभावशाली तरीके से लागू करने के लिए सभी ग्राम प्रधानों और सरपंचों को पत्र लिखा है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में बताया है कि किस प्रकार से जनभागीदारी से इस मिशन ने इतिहास रच दिया है। इस मिशन के माध्यम से जलापूर्ति की समस्या का न केवल समाधान होगा, बल्कि जल जनित रोगों जैसे हैजा, पेचिश, दस्त, इंसेफेलाइटिस, टाइफाइड आदि से निपटने में भी सहायता मिलेगी। जब पशुओं को सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल प्रदान किया जाता है, तो इससे न केवल उनके स्वास्थ्य में सुधार आता है, बल्कि उनकी उत्पादकता में भी सुधार आता है। इस प्रकार से परिवारों की आय में भी सुधार होता है।
प्रधानमंत्री ने लोगों और ग्राम पंचायतों से जल जीवन मिशन को एक जन आंदोलन बनाने की अपील की।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है, जबकि देश कोरोना महामारी से लड़ने के साथ आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम उठा रहा है। पत्र में सड़क, आवास, शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली, बैंक खाता और सभी लोगों को पेंशन प्रदान करने की दिशा में केंद्र सरकार की ओर से पिछले छह वर्षों में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया गया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि किस तरह से जल जीवन मिशन अपने आप में एक कार्यक्रम के रूप में उभरा है जिसमें योजना, कार्यान्वयन, संचालन और रख-रखाव की भूमिका गांव के समुदायों में निहित है जिसके द्वारा प्रत्येक घर तक पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार से पानी की कमी से महिलाओं और बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में महिलाओं से जल प्रबंधन में अग्रणी भूमिका निभाने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि योजना में केंद्र और राज्य सरकारें केवल एक सुविधा प्रदाता की भूमिका निभा सकती है। जल जीवन मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उत्पन्न करने का एक साधन भी है। कोरोना वायरस महामारी के कारण स्वदेश वापस लौटे प्रवासी कामगारों के लिए गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत इस मिशन को प्राथमिकता प्रदान की गई है।
जल जीवन मिशन को राज्यों के साथ साझेदारी के साथ लागू किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को पीने का जल उपलब्ध कराना है। पिछले एक वर्ष में, पूरे देश में 2.30 करोड़ से ज्यादा घरों में नल जल कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं। वर्तमान में, 5.50 करोड़ घरों को उनके घरों में सुनिश्चित रूप से सुरक्षित नल का पानी प्राप्त हो रहा है।