महाराष्ट्र के कोविड-19 मामलों ने तीन दिनों में दूसरी बार फिर से आधे लाख की सीमा पार कर ली, कुल मामले 31 लाख को पार कर गए। यह हालत तब है, जब यह राज्य 80 लाख टीकाकरण वाला भारत का पहला राज्य बन गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। 4 अप्रैल को रिकॉर्ड 57,074 नए रोगियों का पता चला था। दो दिन बाद, राज्य में संक्रमण के मामले 47,288 से बढ़कर 55,469 हो गए, जिसके साथ राज्य में कुल मामले 31,13,354 तक जा पहुंचे।
राज्य में एक दिन पहले मौतों की संख्या 155 थी जो बढ़कर 297 हो गई। मौतों की कुल संख्या बढ़कर अब 56,330 हो गई।
राज्य की रिकवरी दर सोमवार को फिर से 83.36 प्रतिशत से घटकर 82.98 प्रतिशत हो गई, जबकि मृत्युदर एक दिन पहले 1.81 थी जो बढ़कर 1.83 प्रतिशत हो गई और सक्रिय मामलों की संख्या 47,283 हो गई।
देश की वाणिज्यिक राजधानी ने तीन दिनों में दूसरी बार, पांच अंकों का मामला दर्ज किया। मुंबई में 4 अप्रैल को संक्रमण के मामले 11,206 थे, एक दिन पहले 9,879 थे जो बढ़कर 10,040 हो गए, जिससे शहर में संक्रमितों की कुल संख्या 472,600 तक जा पहुंची। फिर 32 मौतें हुईं, कुल मौतों की संख्या बढ़कर 11,832 हो गई।
कुल मृत्यु में से, नागपुर में 35, जबकि पुणे में 34, मुंबई में 32, नांदेड़ में 29, नासिक में 24, ठाणे में 22, पालघर में 20, अहमदनगर और सोलापुर में 11, सातारा में 10, नौ जलगांव, सांगली, औरंगाबाद और बीड में आठ-आठ, जालना में सात, नंदुरबार और चंद्रपुर में चार-चार, उस्मानाबाद और अकोला में तीन-तीन, रायगढ़, लातूर, यवतमाल, बुलढाना, वाशिम और गोंदिया में एक-एक और परभणी, और अमरावती में एक की मौत हुई।
इस बीच, घर में अलग होकर रहने वालों की संख्या अब 24,55,498 तक पहुंच गई, जबकि संस्थागत संगरोध रह रहे लोगों की संख्या बढ़कर 22,797 हो गई।