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गिरावट पर खरीदारी की रणनीति से निवेशकों को फायदा

वैश्विक चिंताओं से उबरने की क्षमता इस कठिन समय में शेयर बाजार में स्पष्ट रूप से दिख रही है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है।

जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए गिरावट पर खरीदारी की रणनीति ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर अनिश्चितता के बावजूद बाजार की संरचना निवेशकों के लिए अनुकूल है।

अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड में अक्टूबर के 5 फीसदी के उच्चतम स्तर से अब 4.58 फीसदी की तेज गिरावट बाजार के लिए सबसे मजबूत संकेतक है। डॉलर इंडेक्स में 105.2 तक की गिरावट, ब्रेंट क्रूड का 85 डॉलर पर आना और सोने में 1988 डॉलर तक की गिरावट बाजार में जोखिम के संकेत हैं। उन्होंने कहा, एफआईआई की रणनीति काम नहीं आई और उनके जल्द ही खरीदार बनने की संभावना है।

भले ही स्मॉल-कैप सूचकांक मजबूत दिखा रहा है, वैलुएशन और सुरक्षा लार्ज-कैप में है। वित्तीय और ऑटोमोबाइल मजबूत स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि आईटी के लिए गति मिडकैप में है।

प्रभुदास लीलाधर की वाइस प्रेसिडेंट (तकनीकी अनुसंधान) वैशाली पारेख ने कहा कि पिछले हफ्ते निफ्टी में अच्छी तेजी आई है और यह 0.38 प्रतिशत रिट्रेसमेंट से ऊपर अच्छा उछाल देकर 19,220 के स्तर से ऊपर बंद हुआ है।

सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 303 अंक ऊपर 64,667 अंक पर है। एक्सिस बैंक में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी है।

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