दिल्ली पुलिस को अपना मौजूदा खुफिया तंत्र शायद कमजोर महूसस हुआ। इसी के चलते अब दिल्ली पुलिस ने अपने स्पेशल ब्रांच (इंटेलीजेंस यूनिट) को और मजबूत करने के लिए अब एक और एडिश्नल पुलिस कमिश्नर को तैनात किया है।
तैनात किये गये नये एडिश्नल पुलिस कमिश्नर का नाम डॉ. अजित कुमार सिंगला है। यहां राजीव रंजन पहले से ही एडिश्नल पुलिस कमिश्नर हैं। दूसरे एडिश्नल कमिश्नर की तैनाती के आदेश 17 अप्रैल को हुए हैं।
अजित कुमार सिंगला अब तक दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच में इसी पद पर तैनात थे। ऐसा पहली बार हो रहा है जब, दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच में एक साथ दो-दो एडिश्नल पुलिस कमिश्नर की तैनाती की गयी हो। अब तक एक डीसीपी, एक एडिश्नल पुलिस कमिश्नर, एक संयुक्त पुलिस आयुक्त और उसके ऊपर एक विशेष पुलिस आयुक्त स्पेशल ब्रांच की तैनाती की ही परिपाटी चली आ रही थी।
नव-नियुक्त पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव द्वारा पुलिस महकमे में कराई गयी यह तैनाती अपने आप में पहली बड़ी और महत्वपूर्ण तैनाती है मानी जा रही है। क्योंकि स्पेशल ब्रांच को दिल्ली पुलिस क्या हर राज्य की पुलिस में रीढ़ की हड्डी माना जाता है। इसके द्वारा जुटाई गयी सूचनाओं के आधार पर ही सूबे की पुलिसिया सल्तनत के पांव किसी काम के लिए आगे बढ़ पाते हैं।
इन दिनों जब से दिल्ली पुलिस स्पेशल ब्रांच ने निजामुद्दीन तबलीगी जमात मुख्यालय में मौजूद देसी-विदेशी तबलीगी मेहमानों की बेइंतहाई भीड़ का सटीक आकलन वक्त रहते महकमे को बताया, तब से इस विभाग की अहमियत हुकूमत और महकमे की नजर में कहीं और ज्यादा बढ़ गयी। हालांकि इससे पहले दिल्ली पुलिस स्पेशल ब्रांच के लिए सबसे टफ टारगेट था, शाहीन बाग, जामिया नगर, जाकिर नगर और उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा की सूचनाएं जुटाना। उन सभी पायदानों पर दिल्ली पुलिस का खुफिया तंत्र खरा उतरा। यह अलग बात रही कि, जिला पुलिस ने उसकी खुफिया रिपोटरें को हल्के में लिया। जिसका खामियाजा आमजन से लेकर हुकूमत और हुक्मरानों तक सबको उठाना पड़ा था।
दिल्ली सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी होम-1 द्वारा जारी आदेश में डीसीपी दिल्ली मेट्रो को भी उनके मौजूदा पद से हटाकर एडिश्नल डीसीपी-1 पूर्वी जिला लगाया गया है। इसी तरह यहां तैनात आईपीएस अधिकारी राकेश पावरिया को डीसीपी क्राइम के पद पर भेजा गया है।
आईएएनएस के पास मौजूद इस आदेश में स्पेशल ब्रांच में पहले से एडिश्नल पुलिस कमिश्नर राजीव रंजन के नाम का कहीं कोई जिक्र नहीं है। अमूमन जब भी दिल्ली पुलिस में किसी एक अधिकारी का ट्रांसफर होता है तो उसकी जगह दूसरे या नये आने वाले के नाम का उल्लेख भी होता है। मौजूदा एडिश्नल पुलिस कमिश्नर राजीव रंजन के बारे में इस महत्वपूर्ण ट्रासफर आर्डर में कहीं कोई उल्लेख नही है। इससे भी इस संभावना को बल मिलता है कि मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर शायद दिल्ली पुलिस की खुफिया शाखा में अब दो एडिश्नल पुलिस कमिश्नर एक साथ काम करेंगे ताकि पहले से बेहतर आउटपुल निकल कर सामने आ सके। भले ही इसकी महकमे में कोई पुष्टि न करे मगर एक चर्चा यह भी है कि, संभव है कि दूसरे एडिश्नल पुलिस कमिश्नर बनाये गये अजित कुमार सिंगला के जिम्मे तबलीगियों से संबंधित काम सौंप दिया जायें।