जुमुलांगमा पर्वत यानी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने के अभियान के प्रमुख वांग यूंग फंग ने बताया कि वैज्ञानिकों को सुरक्षित रूप से चोटी पर भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। चीन ने 15 सालों के बाद एक बार फिर माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने का काम शुरू किया है।
वांग ने कहा कि पर्वतारोहण दल अब 5जी तकनीक से लैस है। मौसम की वजह से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने का अभियान पुरानी योजना से विलंबित की गयी है। पर्वतारोहण दल के सभी सदस्यों को शिविर में वापस भेजा गया है। इस अभियान में चीन के पेइताउ सैटेलाइट नेविगेशन प्रणाली, चीन निर्मित सर्वेक्षण और मानचित्र उपकरण समेत अनेक उच्च तकनीकों और उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा।
वांग ने कहा कि उन्नतिशील तकनीकों के सहारे चीनी वैज्ञानिकों को सुरक्षित रूप से चोटी पर भेजने का प्रयास किया जाएगा। पर अतीत की तुलना में अब चीनी पर्वतारोहण दल की तकनीकी गारंटी की स्थितियों में काफी सुधार आया है।
माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने वाली गतिविधि में प्राप्त परिणाम का अनेक वैज्ञानिक क्षेत्रों में प्रयोग किया जाएगा। वांग ने कहा कि चीनी पर्वतारोहण दल सभी चुनौतियों को हराकर माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने का काम सफलता से समाप्त करने के प्रति काफी आश्वस्त है।
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)।