केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय 200 से ज्यादा शहरों में वन क्षेत्र को बढ़ाएगी। इस के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिये शहरो में वन क्षेत्र बनाये जाएंगे। इस बात का एलान केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर किया। इस पोजेक्ट का नाम ‘नगर वन’ रखा गया है।
प्रोजेक्ट की शुरुआत करते हुए केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा कि आज देश की आबादी विश्व के 16 फीसदी के बराबर है, जबकि विश्व के 16 फीसदी जानवर भारत में ही पाए जाते हैं। लेकिन भारत मे वन क्षेत्र विश्व का ढाई प्रतिशत है। इसको बढ़ाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गांवों में वनों की संख्या ठीक-ठाक है,लेकिन शहरों में यह नही के बराबर है। इस मौके पर राजस्थान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यहां 300 लोगों ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है। हमें पर्यावरण संरक्षण के लिये आगे आना होगा।
जावड़ेकर ने कहा कि शहरों में उद्यान और पार्क मिलते हैं, लेकिन जंगल नहीं मिलते। लिहाजा 200 शहरों में ‘नगर वन’ योजना लांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हमें 2.5 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
साथ ही उन्होंने अधिकारियों से अपील की है ऐसे शहरों में ऐसे क्षेत्र को चिन्हित करें जहां वन क्षेत्र बढाया जा सकता है। इसके लिए जन आंदोलन भी शुरू किया जाए। जावड़ेकर का कहना था कि जिन शहरो में अच्छा वन बनेगा,उन शहरों को पुरस्कृत भी किया जाएगा । उन्होंने यह भी कहा प्रकृति के साथ ही जीवन है और यही बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कही थी। हमे प्रकृति की रक्षा करनी होगी,तभी प्रकृति हमारी रक्षा करेगा।