चीनी सेनाओं के साथ पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के 18 दिन बाद स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह लेह पहुंचे। इस संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। सूत्रों ने कहा कि मोदी ने नीमू में पहुंचकर सेना, वायु सेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। बता दें कि 11,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह इलाका बेहद कठिन इलाकों में से एक है। यह सिंधु के तट पर जांस्कर रेंज से घिरा हुआ है।
15 जून को नदी के दक्षिणी तट पर ही गलवान में टकराव हुआ था।
हालांकि, चीनी पक्ष ने अभी तक अपनी तरफ से मारे गए लोगों की संख्या का खुलासा नहीं किया है। चीनी सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया गया था।
गौरतलब है कि 1975 के बाद से चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुए संघर्षो में यह पहला मौका था जब भारतीय सेना को अपने जवानों की शहादत झेलनी पड़ी है।