बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्य सचिव के साथ कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यो की उच्चस्तरीय समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को कोरोना जांच की क्षमता 10,000 से बढ़ाकर प्रतिदिन 20,000 करने का लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर्स में आइसोलेशन बेड की संख्या अविलंब बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा कि कुछ अन्य अस्पतालों को चिन्हित कर नई सुविधाएं भी सृजित की जाएं। साथ ही उपलब्ध सुविधाओं में अतिरिक्त क्षमता सृजित करने की भी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने अधिकारियों से जरूरत के मुताबिक, स्वास्थ्य आधारभूत संरचना बढ़ाने एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए समुचित कार्रवाई करने, ऑक्सीजन बेड की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन के समय पंपलेट के रूप में एक एडवाइजरी देने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उनके लगातार निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोरोना संक्रमण से राज्य का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, वे पैनिक न हों। कोरोना संक्रमित लगातार स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं। आज भी 568 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। लोग धैर्य रखें, सचेत रहें एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ ही मास्क का प्रयोग जरूर करें।