
नोवेल कोरोनावायरस से रोकथाम हेतु लागू लॉकडाउन के परिणामस्वरूप भारत ही नहीं, बल्कि विश्व के लगभग दो दर्जन से भी अधिक देशों में सीबीएसई के छात्रों की पढ़ाई व्यापक तौर पर प्रभावित हुई है। गौरतलब है कि विश्व के अलग-अलग देशों में मौजूद सीबीएसई के छात्रों का स्कूली पाठ्यक्रम पूरा करवाने के लिए अब इन देशों के राजदूतों से संपर्क किया जा रहा है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया, 25 विभिन्न देशों में सीबीएसई के विद्यालय है और हमने सीबीएसई के अधिकारियों को अलग-अलग देशों की स्थिति के हिसाब से निर्णय करने को कहा है। विदेशों में सीबीएसई विद्यालयों एवं उनमें पढ़ने वाले छात्रों के पाठ्यक्रम के विषय पर सीबीएसई के अधिकारियों से कहा गया है कि वे इन देशों के राजदूतों और शिक्षा मंत्रियों से बात करें। हालाँकि, प्रत्येक देश के छात्रों की स्थिति एवं समस्याएं भिन्न-भिन्न हो सकती है।
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इसी दौरान, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने “ऑनलाइन शिक्षा” को मजबूत करने हेतु भारत सरकार से मदद मांगी है। लॉकडाउन के कारण यूएई में भी सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। ऐसे में वहां छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है, जिसके लिए यूएई ने भारत सरकार से संपर्क किया है। निशंक ने कहा, यूएई के शिक्षा मंत्री से पिछले दिनों फोन के जरिए चर्चा हुई थी। इस चर्चा के दौरान यूएई के शिक्षा मंत्री ने कहा था कि उन्हें कुछ मदद चाहिए।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, यूएई के शिक्षा मंत्री ने ऑनलाइन शिक्षा को लेकर मदद मांगी। इस पर हमने उन्हें बताया कि ऑनलाइन शिक्षा के लिए हमारा स्वयं एवं स्वयं प्रभा प्लेटफार्म है। आप इसे अपने देश और अपने छात्रों के लिए उपयोग करें। अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार पर विदेशी छात्रों के साथ चर्चा के दौरान निशंक ने कहा, हम लोग कोशिश करेंगे कि सीबीएसई बोर्ड के साथ बैठकर विदेशों में रह रहे छात्रों की पढ़ाई की समुचित व्यवस्था कराई जाए।
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महत्वपूर्ण रूप से, उन्होंने छात्रों को यह अवगत कराया कि मंत्रालय के “दीक्षा प्लेटफार्म” पर 80,000 से ज्यादा पाठ्यसामग्री उपलब्ध हैं, जिसका लाभ 33 करोड़ छात्र कहीं से भी और कभी भी उठा सकते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 10वीं और 12वीं की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाओं की तिथि भी घोषित कर दी है। ये परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच ली जाएंगी। शेष रह गई बोर्ड परीक्षाएं केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के उन छात्रों के लिए करवाई जा रही हैं, जो पहले इन परीक्षाओं में शामिल नहीं हो सके थे।
इसके अलावा निशंक नें सभी से भारत सरकार द्वारा विकसित आरोग्य सेतु एप्प का भरपूर इस्तेमाल करने को कहा और नोवेल कोरोनावायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा समय समय पर जारी दिशा निर्देशों का सम्यक दृष्टि से पालन करने पर जोर दिया।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नें कुछ दिन पहले भी कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर त्वरित कदम उठाने के लिए निर्देश दिए थे। जैसे, समग्र ऑनलाइन शिक्षा के द्वारा सकल नामांकन अनुपात (GER) बढ़ाने के प्रयास, पठन – पाठन की गुणवत्ता एवं मानक के स्तर ऊँचा करने के प्रयास, और वर्तमान आपदा की समाप्ति के पश्चात् सामान्य स्थिति में किये जाने वाले कार्यों को चिन्हित करना और उनके ऊपर एक समग्र कार्य योजना पर अग्रिम पहल आदि।